बहà¥à¤¤ से छातà¥à¤° à¤à¤¸à¥‡ होते हैं, जो अपनी ओर से परीकà¥à¤·à¤¾à¤“ं की तैयारी करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं लेकिन फिर à¤à¥€ उनके परिणाम आशानà¥à¤•à¥‚ल नहीं आ पाते। इसका कारण गलत समय पर गलत विषय पà¥à¤¨à¤¾ है। गणित का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ सà¥à¤¬à¤¹ के समय करना चाहिà¤à¥¤ जबकि इतिहास à¤à¥‚गोल व अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ जैसे विषयों को दोपहर या शाम के समय पà¥à¤¨à¤¾ चाहिà¤à¥¤ परीकà¥à¤·à¤¾à¤“ं में अचà¥à¤›à¥‡ अंक लाने के लिठयह तथà¥à¤¯ महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है कि किस समय कौनसा विषय पà¥à¤¾ जाà¤à¥¤ सजगता के सà¥à¤¤à¤° पर जैव तरंगों के पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ के कारण ही छातà¥à¤° किसी à¤à¤• समय कोई विषय जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ अचà¥à¤›à¥‡ तरीके से पॠसकता है।
सà¥à¤¬à¤¹ के समय गणित पà¥à¤¨à¤¾ व समà¤à¤¨à¤¾ काफी बेहतर रहता है, इसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° दोपहर व शाम को अनà¥à¤¯ विषयों को पà¥à¤¨à¤¾ अचà¥à¤›à¤¾ रहता है। इसी समय मसà¥à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤• जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ मातà¥à¤°à¤¾ में जानकारियाठà¤à¤•à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¤ करता है।