1. जब किसी उचà¥à¤š शकà¥à¤¤à¤¿ के हीटर को विदà¥à¤¯à¥à¤¤ मेनà¥à¤¸ से लगाते हैं, तो घर में जल रहे बलà¥à¤¬à¥‹à¤‚ की रोशनी कà¥à¤› मनà¥à¤¦ पड़ जाती है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚?
- घर में विदà¥à¤¯à¥à¤¤à¥ उपकरण समानà¥à¤¤à¤° कà¥à¤°à¤® में लगे होते हैं। जब उचà¥à¤š शकà¥à¤¤à¤¿ वाले हीटर को विदà¥à¤¯à¥à¤¤à¥ मेनà¥à¤¸ से लगाते हैं तो उससे अधिक धारा ( कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि P = VI ) ली जाती है, जिससे बलà¥à¤¬à¥‹à¤‚ में से बहने वाली धारा का मान कम हो जाता है। अतः उनकी रोशनी कà¥à¤› मनà¥à¤¦ पड़ जाती है।
2. कà¥à¤¹à¤°à¥‡ में संकेत के रूप में किन तरंगों का उपयोग किया जाता है और कà¥à¤¯à¥‹à¤‚?
- कà¥à¤¹à¤°à¥‡ में संकेत के रूप में अवरकà¥à¤¤ किरणों का उपयोग किया जाता है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि तरंगदैरà¥à¤§à¥à¤¯ अधिक होने के कारण इनका पà¥à¤°à¤•à¥€à¤°à¥à¤£à¤¨ बहà¥à¤¤ कम होता है, जिससे वेधन कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ अधिक होने के कारण ये किरणें कà¥à¤¹à¤°à¥‡ तथा धà¥à¤‚ध में à¤à¥€ अधिक दूरी तक जा सकती हैं।
3. सूखे बालों पर कंघी करने पर कंघी में कागज के छोटे-छोटे टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ को अपनी ओर आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ करने का गà¥à¤£ आ जाता है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚?
- यदि बाल गीले हों तब कà¥à¤¯à¤¾ होगा? सूखे बालों पर कंघी करने पर घरà¥à¤·à¤£ विदà¥à¤¯à¥à¤¤à¥ के कारण कंघी आवेशित हो जाती है जिससे उसमें छोटे-छोटे कागज के टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ को आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ करने का गà¥à¤£ आ जाता है। गीले बाल सà¥à¤µà¤¯à¤‚ विदà¥à¤¯à¥à¤¤à¥ के सà¥à¤šà¤¾à¤²à¤• होते हैं, अतः आवेश à¤à¤• बिनà¥à¤¦à¥ पर à¤à¤•à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¤ नहीं हो पाता है, जिससे उसमें कागज के टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ को आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ करने के गà¥à¤£ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ नहीं होता है।