सूचना प्रौद्योगिकी

भारतीय इंटरनेट:- जनवरी, 1995 को भारत में प्रथम विश्वस्तरीय आंकड़ा- सूचना ‘इंटरनेट’ के रूप में शुरू हुआ । इस सेवा के अंतर्गत 160 देशों के अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क संबद्ध हैं । इंटरनेट द्वारा विश्वभर के लाखों कम्प्युटर सूचना केन्द्रों से प्राप्त सूचनाओं व आंकड़ों को अपनी भाषा में बड़ी सरलता से प्राप्त किया जा सकता है । इस विधि को ‘ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल या इंटरनेट प्रोटोकॉल कहा जाता है ।

इंटरनेट इंटर-नेशनल नेटवर्क  à¤•à¤¾ संक्षिप्त रूप है । दूरसंचार के क्षेत्र में पेजर और सेलुलर फोन के बाद यह अनुसंधान विश्व में 20वीं सदी की अभी तक की महत्वपूर्ण उपलब्धि है । इंटरनेट सेवा के कारण कोई व्यक्ति घर बैठे देश-विदेश की प्रत्येक प्रकार की घटनाओं को देख सकता है और उनसे संपर्क भी स्थापित कर सकता है ।

भारत में इंटरनेट का प्रवेश वर्ष 1987-88 में हुआ था । जनसामान्य के लिए इसकी सुविधा उपलब्ध करने के उद्देश्य से 15 अगस्त, 1995 को विदेश संचार निगम लिमिटेड ने गेटवे इंटरनेट की सेवा आरंभ की । इंटरनेट कम्प्युटर के माध्यम से लोकल कॉल , एस॰टी॰डी॰ या आई॰एस॰डी॰ किसी भी माध्यम को अपनाने पर लोकल कॉल का ही चार्ज लगेगा । भारत के 597 जिलों में से 303 जिलों में ‘इंटरनेट नोड सुविधा उपलब्ध है ।


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