वरà¥à¤·à¤¾ के समय या वरà¥à¤·à¤¾ के बाद यदि पà¥à¤°à¥‡à¤•à¥à¤·à¤• की पीठसूरà¥à¤¯ की ओर हो, तो कà¤à¥€-कà¤à¥€ सूरà¥à¤¯ की विपरीत दिशा में चाप (Arc) के à¤à¤¾à¤‚ति सौर-सà¥à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤Ÿà¥à¤°à¤® दिखाई देता है, इसे इनà¥à¤¦à¥à¤°à¤§à¤¨à¥à¤· कहते हैं। कà¤à¥€-कà¤à¥€ दो इनà¥à¤¦à¥à¤°à¤§à¤¨à¥à¤· दिखाई देते हैं ―
(1) पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤• इनà¥à¤¦à¥à¤°à¤§à¤¨à¥à¤· और (2) दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯à¤• इनà¥à¤¦à¥à¤°à¤§à¤¨à¥à¤·à¥¤
(1) इनà¥à¤¦à¥à¤°à¤§à¤¨à¥à¤· के निरà¥à¤®à¤¾à¤£ हेतॠआवशà¥à¤¯à¤• शरà¥à¤¤à¥‡à¤‚ हैं ―
(अ) सूरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¥‡à¤•à¥à¤·à¤• के पीठकी ओर हो,
(ब) वरà¥à¤·à¤¾ के बाद आकाश साफ हो, सूरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ चमकीला हो तथा सूरà¥à¤¯ के विपरीत ओर बादल हो।
(2) मधà¥à¤¯à¤¾à¤¹à¥à¤¨ में इनà¥à¤¦à¥à¤°à¤§à¤¨à¥à¤· दिखाई नहीं देता, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उस समय सूरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¥‡à¤•à¥à¤·à¤• के पीठकी ओर नहीं होता।
(3) दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯à¤• इनà¥à¤¦à¥à¤°à¤§à¤¨à¥à¤· में पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ का दो बार अपवरà¥à¤¤à¤¨ तथा दो बार पूरà¥à¤£ आनà¥à¤¤à¤°à¤¿à¤• परावरà¥à¤¤à¤¨ होता है, जबकि पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤• इनà¥à¤¦à¥à¤°à¤§à¤¨à¥à¤· में पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ का दो बार अपवरà¥à¤¤à¤¨ à¤à¤µà¤‚ à¤à¤• बार पूरà¥à¤£ आनà¥à¤¤à¤°à¤¿à¤• परावरà¥à¤¤à¤¨ होता है। इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯à¤• इनà¥à¤¦à¥à¤°à¤§à¤¨à¥à¤· बनते समय पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ का अधिक अवशोषण होता है। अतः वह फीका होता है।
(4) पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤• इनà¥à¤¦à¥à¤°à¤§à¤¨à¥à¤· का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ उस समय होता है, जब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ की किरणें जल बूà¤à¤¦à¥‹à¤‚ के केंदà¥à¤° के ऊपर आपतित होती हैं तथा दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯à¤• इनà¥à¤¦à¥à¤°à¤§à¤¨à¥à¤· का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ उस समय होता है, जब पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ की किरणें जल बूà¤à¤¦à¥‹à¤‚ के केंदà¥à¤° के नीचे आपतित होती हैं। अतः दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯à¤• इनà¥à¤¦à¥à¤°à¤§à¤¨à¥à¤· में रंगों का कà¥à¤°à¤® पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤• इनà¥à¤¦à¥à¤°à¤§à¤¨à¥à¤· की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में विपरीत होता है।