हम शिकà¥à¤·à¤• à¤à¤¾à¤µà¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के
नित नव पà¥à¤°à¤œà¥à¤žà¤¾ उपजायेंगे
जà¥à¤žà¤¾à¤¨ कृषि की फसलों पर
हम अमृत रस बरसायेंगे।
à¤à¤¾à¤°à¤¤ की पावन गरिमा को
अकà¥à¤·à¥à¤£à¥à¤£ हमेशा रखना है
मानवता के अरमानों को
सबमें पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ करना है।
तà¥à¤¯à¤¾à¤— , पà¥à¤°à¥‡à¤®, बलिदान, समरà¥à¤ªà¤£
निज à¤à¤¾à¤°à¤¤ को ही सब अरà¥à¤ªà¤£
इन à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ की सौगातों से
होगा à¤à¤¾à¤°à¤¤ माठका तरà¥à¤ªà¤£ ।
नवपीà¥à¥€ के करà¥à¤£à¤§à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ को
हम सचà¥à¤šà¥€ राह दिखायेंगे
कà¥à¤¯à¤¾ है नाता अधà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• का
छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ से, हम ही बतायेंगे ।
हम अपनी रग के जà¥à¤žà¤¾à¤¨ तंतॠको
कà¥à¤› यूठपà¥à¤°à¥‡à¤·à¤¿à¤¤ कर जायेंगें
à¤à¤¾à¤µà¥€ यà¥à¤— की समृदà¥à¤§à¤¿ का
बीजारोपण कर जायेंगे ।
है लगन विकास-बà¥à¤²à¤‚दी से
à¤à¤¾à¤°à¤¤ का à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ सà¥à¤¨à¤¹à¤°à¤¾ हो
जà¥à¤žà¤¾à¤¨-जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ का उजाला फैले
ना अजà¥à¤žà¤¾à¤¨ का पहरा हो ।
शिकà¥à¤·à¤• हैं हम शिकà¥à¤·à¤¾ को ही
अपना धरà¥à¤® बनायेंगें
कोने-कोने खोज-खोजकर
आगे पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ लायेंगे ।
धीर-वीर-गंà¤à¥€à¤° मनà¥à¤œ बन
जो करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯à¤¨à¤¿à¤·à¥à¤ हो जायेंगें
इन पदचिहà¥à¤¨à¥‹à¤‚ पर चलकर वे
फिर "महावीर" कहलायेंगे ।।