यूक्लिड : रेखागणित के पितामह

विज्ञान में रेखागणित का महत्वपूर्ण योगदान है। इस दुनिया में सबसे पहले रेखागणित में शोधकार्य करने वाले महान वैज्ञानिक यूक्लिड ही थे। यूक्लिड को रेखागणित का पितामह कहा जाता है। मुद्रण कला विकसित होने के पूर्व ही यूक्लिड के रेखागणित की किताबों की लाखों प्रतियाँ बिक चुकी थीं। यूक्लिड का जन्म ई. पू. 325 में हुआ। उनके पहले पायथागोरस, प्लेटो, थेल्स आदि गणित विशेषज्ञों ने जो शोधकार्य गणित में किए थे, उन सभी सिद्धान्तों को यूक्लिड ने एक नया आयाम प्रदान किया। यूक्लिड की रेखागणित में खोज 'एलीमेंट्स ऑफ यूक्लिड' नामक ग्रन्थ में प्रकाशित की गई। वर्तमान में इसके 13 संस्करण उपलब्ध हैं। इस महान ग्रन्थ का अनुवाद दुनिया की अनेक भाषाओँ में हुआ है। 'बाइबिल' ग्रन्थ के बाद यूक्लिड की रेखागणित किताब ने बिक्री के नए आयाम प्रस्थापित किये हैं।

यूक्लिड के बारे में एक कहानी प्रचलित है, जो इस प्रकार - यूक्लिड की पत्नी झगड़ालू किस्म की औरत थी। उससे पीछा छुड़ाने के लिए यूक्लिड अक्सर अपना समय रेखागणित के खोज कार्य में बिताते थे। उन दिनों इजिप्त के महाराजा टॉलेमी ने अलेक्जांड्रीया में एक महत्वपूर्ण वैज्ञानिक खोज केंद्र का निर्माण किया था। यहीं पर यूक्लिड का शोध चल रहा था। एक बार रेखागणित को संक्षिप्त और सरल भाषा में पेश करेंगे तो बेहतर होगा। यूक्लिड ने कहा कि महाराजाधिराज, रेखागणित पढ़ने के लिए कोई भी सरल मार्ग उपलब्ध नहीं है। यूक्लिड को खोज के लिए अरस्तू ने प्रेरित किया था। ऐसे महान वैज्ञानिक का ई.पू. 260 में निधन हो गया। आज 2300 साल बाद भी दुनिया में सभी स्कूल में पढ़ाई जाने वाली रेखागणित, यूक्लिड के ग्रंथों पर ही आधारित होती है। ऐसे महान वैज्ञानिक को सतत्-सतत् नमन!

साभार :- 'विश्व के आदर्श वैज्ञानिक'


लेखक परिचय :
मनोज कुमार सैनी
फो.नं. -9785984283
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