लड़का और à¤à¤• लड़की
उमà¥à¤° का कोई पता नहीं
उनकी तà¥à¤µà¤šà¤¾ से उमà¥à¤° का पता नहीं चल रहा था
कपड़े थे
गंदे
पर दाग अचà¥à¤›à¥‡ थे
जैसे कि à¤à¤• गरीब के होने चाहिà¤
मांग रहे थे
अपने जीने का हक
अठनà¥à¤¨à¥€, रà¥à¤ªà¤¯à¤¾, दो रà¥à¤ªà¤¯à¤¾
उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ देख कोई सिकोड़ता था
मà¥à¤‚ह
तो कोई अपनी जेब
कोई देना चाहता था बिना à¤à¥‡à¤¦à¤à¤¾à¤µ किये
“चोकलेट” और करना चाहता था
“चोकलेटबाजी”
वे à¤à¥‚खे थे
उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ नहीं पता था
आतà¥à¤®à¤¾ और परमातà¥à¤®à¤¾ के बारे में
उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ नहीं पता था
माता-पिता के बारे में
वे दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में अकेले थे
उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ किसी से मोह नहीं था
उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सिरà¥à¤« à¤à¥‚ख लगी थी
वे नंगे नहीं थे
बस à¤à¥‚खे थे