यूठआम धारणा तो यह है कि महिलाओं को रोना जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ आता है, मगर हाल ही अमेरिका में हà¥à¤ à¤à¤• अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• खेल की दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में महिलाओं की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ को जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ रोना आता है। चाहे जीत हो या फिर हार ही कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न हो, खिलाड़ियों की आà¤à¤–ों में आà¤à¤¸à¥‚ आ ही जाते हैं। बायोकेमिसà¥à¤Ÿ विलियम à¤à¤š फà¥à¤°à¥‡ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किये गठअधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• à¤à¤• महीने में पà¥à¤°à¥à¤· औसतन 1.4 बार रोता है, जबकि महिलायें 5.3 बार रोती हैं। 12 साल की आयॠतक महिलाओं और पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ के रोने का अनà¥à¤ªà¤¾à¤¤ बराबर होता है। जब बात खेल की दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ की हो रही होती है तो यह अनà¥à¤ªà¤¾à¤¤ बदल जाता है। रोते समय पà¥à¤°à¥à¤· खिलाड़ियों को लोगों की परवाह नहीं होती इसलिठवे खà¥à¤¦ को रोने की परमिशन दे देते हैं। पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ के रोने की इनटेनसिटी बहà¥à¤¤ हाई होती है।
बà¥à¤°à¤¿à¤Ÿà¥‡à¤¨ के दूसरे बड़े शहर बरà¥à¤®à¤¿à¤˜à¤® में देश की पहली सशà¥à¤²à¥à¤• सड़क की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ हà¥à¤ˆ है। इस सड़क पर मनचाही सà¥à¤ªà¥€à¤¡ से वाहन दौड़ाने वाले लोगों को अलग-अलग शà¥à¤²à¥à¤• देना पड़ेगा। देश की दो अतिवà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ सड़कों को जोड़ने वाली इस सड़क पर जाने के लिठपà¥à¤°à¤¤à¤¿ दो पौंड का शà¥à¤²à¥à¤• रखा गया है। इस सड़क का उपयोग करने वाली लारी डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤°à¥‹à¤‚ (10 पौंड) और अनà¥à¤¯ कार चालकों का कहना है कि अब समय सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ कीमती होता जा रहा है, à¤à¤¸à¥‡ में समय बचाने के लिठपैसे खरà¥à¤š करने में बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ नहीं है। इन सड़कों पर कोई सà¥à¤ªà¥€à¤¡ कैमरा à¤à¥€ नहीं लगा है।
नारà¥à¤µà¥‡ की à¤à¤• कथिक 'तांतà¥à¤°à¤¿à¤•' महिला को सरकारी संसà¥à¤¥à¤¾ की ओर से लाखों रà¥à¤ªà¤¯à¥‹à¤‚ का अनà¥à¤¦à¤¾à¤¨ दिया गया। इसके तहत उसे जादà¥à¤ˆ सामान बेचने व बनाने के लिठपाà¤à¤š हजार पौंड (करीब चार लाख रà¥à¤ªà¤) दिठगà¤à¥¤ 'दि नारà¥à¤µà¥‡à¤‡à¤¯à¤¨ इनà¥à¤¡à¤¸à¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤² à¤à¤‚ड रीजनल डेवलपमेंट फणà¥à¤¡' की ओर से लेना सà¥à¤•à¤¾à¤°à¥à¤¨à¤¿à¤® नाम की इस 'तांतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ को यह रकम जंगलों में रहने वाले लोगों के जादà¥à¤ˆ सामान बनाकर बेचने के लिठदी गई है।' जीविका चलाने के लिठ33 साल की सà¥à¤•à¤¾à¤°à¥à¤¨à¤¿à¤— इस रकम से लोगों को विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ जादà¥à¤ˆ सामान बेचेंगी। उसके पà¥à¤°à¤®à¥à¤– सामानों में अचà¥à¤›à¥‡ सपनों के लिठà¤à¤• खास नाईटकà¥à¤°à¥€à¤®, अनचाहे मामलों से बचने के लिठडे कà¥à¤°à¥€à¤® और बà¥à¤°à¥€ आदतों को बदलने के लिठपैरों की कà¥à¤°à¥€à¤® शामिल हैं।
कà¥à¤¯à¤¾ गटर का नाम सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ ही आपके मन में कोई उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ जागता है? नहीं न। लेकिन कोलकता के गटरों में बहते उतà¥à¤¸à¤°à¥à¤œà¤¿à¤¤ पदारà¥à¤¥ हजारों लोगों के लिठन केवल उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ बलà¥à¤•à¤¿ रोजी-रोटी के जरिये हैं। सà¥à¤µà¤°à¥à¤£ उदà¥à¤¯à¥‹à¤— के लिठपà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ बोऊ बाजार इलाके से बहती हà¥à¤ˆ नालियों में सोने के कणों की तलाश करते लोग इस बात की पà¥à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ करते है। लेकिन अब ये गरीब लोग इस बात से तà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ हैं कि अपराधिक गिरोह इन गटरों व नालियों की रंगदारी वसूलते हैं। बोऊ बाजार में खà¥à¤²à¥‡ गटरों के पास कà¥à¤¦à¤¾à¤²à¥‹à¤‚ (Ade) और धातॠछà¥à¤¨à¥à¤¨à¥‹à¤‚ से लैस लोगों के à¤à¥à¤£à¥à¤¡ के à¤à¥à¤£à¥à¤¡ सà¥à¤¬à¤¹ से शाम तक इस आशा से आते हैं कि सोने का à¤à¤• टà¥à¤•à¥œà¤¾ à¤à¥€ मिल जाठतो मेहनत सफल हो जाà¤à¥¤
हिमाचल पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में शरारती बंदरों की संखà¥à¤¯à¤¾ को नियंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ करने के लिठवन पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ ने à¤à¤• अनूठा उपाय सोचा है, जिसके तहत बंदरों की नसबंदी की योजना बनाई गई है। इसके लिठकेनà¥à¤¦à¥à¤°à¥€à¤¯ वन व परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ का इंतज़ार है। इसके लिठबनà¥à¤¦à¤° के जिसà¥à¤® में à¤à¤• माइकà¥à¤°à¥‹à¤šà¤¿à¤ª फिट की जाà¤à¤—ी ताकि इनकी पहचान आसानी से हो सके और वे दोबारा बंधà¥à¤¯ होने से बचें रहें। पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• बनà¥à¤¦à¤° को बंधà¥à¤¯ करने और उसे माइकà¥à¤°à¥‹à¤šà¤¿à¤ª से लैस करने में कम से कम 35 डॉलर का खरà¥à¤š आà¤à¤—ा। मà¥à¤‚बई सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ à¤à¤• कंपनी को माइकà¥à¤°à¥‹à¤šà¤¿à¤ª बनाने की जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ सौंपी गई है। जबकि हांगकांग और कनाडा की कà¥à¤› कमà¥à¤ªà¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤ बंधà¥à¤¯à¥€à¤•à¤°à¤£ योजना में सहयोग देंगी। इसमें फà¥à¤°à¤¾à¤‚स के पशॠचिकितà¥à¤¸à¤•à¥‹à¤‚ की à¤à¥€ मदद ली जाà¤à¤—ी।