जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क

आपने चिड़ियाघर में पिंजरों में बंद पशु-पक्षियों को अवश्य देखा होगा| लेकिन वन में स्वछंद विचरण करने वाले प्राणियों को सिर्फ टीवी पर ही देखा होगा| चलिए, आपको इस बार खुले वातावरण में विचरण करने वाले जीव-जन्तुओ के पास ‘कॉर्बेट नेशनल पार्क’ में ले चलते है| फिर आपका भी दिल में इन हैरत अंग्रेज प्राणियों को अपनी आंखो से देखने के लिए मचल उठेगा|

       नेशनल पार्क यानी राष्ट्रीय उद्यान उन वनों को कहते है,जहां वन्यजीवों को संरक्षण प्राप्त होता है| हमारे देश में अनेक राष्ट्रीय उद्यान है| उनमें जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क सबसे प्रमुख है| जानते है क्यों? क्योकि यह देश का प्रथम राष्ट्रीय उद्यान है| इसकी स्थापना अंग्रेजों के काल में 1936 में हेई थी| उस समय इसका नाम उत्तर प्रदेश के गवर्नर मेलकम हेली के नाम पर ‘मेली नेशनल पार्क’ रखा गया था| आजादी के बाद यह नाम बदलकर ‘रामगंगा नेशनल पार्क’ कर दिया गया| यह नाम उद्यान के मध्य बहने वाली रामगंगा नदी के नाम पर दिया गया था| लेकिन 1957में इसका नाम फिर बदलकर सुविख्यात वन्य प्रेमी जिम कॉर्बेट के नाम पर कर दिया गया|

विदेशों में बाघों की खाल ओर शरीर के अन्य भागों का शक्तिवर्धक दवाओं में भारी मात्रा में इस्तेमाल होने से इसकी खूब तस्करी हो रही है इससे बाघों के अस्तित्व का संकट पैदा हो गया | देश में बाघों की संख्या घटने पर सरकार ने बाघों के संरक्षाण के लिय ‘टाइगर प्रोजक्ट’ आरंभ किया | इसकी सुरुआत इसी पार्क से ही हुई थी |    


लेखक परिचय :
रूबीन खांन
फो.नं. -8094091370
ई-मेल - [email protected]
इस अंक में ...