सामानà¥à¤¯ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ जून 2014 : à¤à¥‚गोल
- तिबà¥à¤¬à¤¤ में उतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ पाने वाली बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤ªà¥à¤¤à¥à¤°, इरावती और मैकांग नदियाठअपने ऊपरी पाटों में संकीरà¥à¤£ और समानà¥à¤¤à¤° परà¥à¤µà¤¤ शà¥à¤°à¥‡à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से होकर पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ होती हैं। इन नदियों में बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤ªà¥à¤¤à¥à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ में पà¥à¤°à¤µà¤¿à¤·à¥à¤Ÿ होने से ठीक पहले अपने पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹ में à¤à¤• यू-टरà¥à¤¨ (U-turn) लेती है। यह यू-टरà¥à¤¨ वलित (Folded) हिमालय शà¥à¤°à¥‡à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के उतà¥à¤¥à¤¾à¤¨ तथा à¤à¥‚वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•à¥€à¤¯ तरà¥à¤£ हिमालय के अकà¥à¤·à¤¸à¤‚घीय नमन (Syntaxial bending) के कारण होता है।
- पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संसाधन अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संरकà¥à¤·à¤£ संघ (IUCN) की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ 1963 में की गई थी। इसके माधà¥à¤¯à¤® से संकटगà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ (Threatened) पौधों और पशॠजातियों की सूची तैयार की जाती है और उन पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को संरकà¥à¤·à¤£ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया जाता है, जो लà¥à¤ªà¥à¤¤ होने के कगार पर हैं।
- à¤à¤¿à¤¤à¤°à¤•à¤¨à¤¿à¤•à¤¾ वनà¥à¤¯à¤œà¥€à¤µ अà¤à¤¯à¤¾à¤°à¤£à¥à¤¯ बंगाल की खाड़ी में ओडिशा के पारादीप और चांदीपà¥à¤° के मधà¥à¤¯ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ है। यह अà¤à¤¯à¤¾à¤°à¤£à¥à¤¯ बंगाल की खाड़ी में बैतरणी और पातासाला नदियों के संगम पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ है। यह वनà¥à¤¯à¤œà¥€à¤µ तथा जैव- विविधता का पà¥à¤°à¤®à¥à¤– सà¥à¤¥à¤² और सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° है।
इस अंक में ...