डॉ. नरेश अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤²ई-मेल :[email protected] संपर्क : +91 9334825981 |
‘‘नरेश का मिजाज à¤à¤• चिनà¥à¤¤à¤• का है, वे जीवनानà¥à¤à¤µà¥‹à¤‚ की गहराई में उतरने का मादà¥à¤¦à¤¾ रखते हैं।’’ - इंडिया टà¥à¤¡à¥‡
1 सितमà¥à¤¬à¤°, 1960 को जमशेदपà¥à¤° में जनà¥à¤®à¥¤
अब तक सà¥à¤¤à¤°à¥€à¤¯ साहितà¥à¤¯à¤¿à¤• कविताओं की 6 पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ तथा शिकà¥à¤·à¤¾ समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤¿à¤¤ 6 पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨à¥¤ साहितà¥à¤¯ जगत में रचित पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ को अचà¥à¤›à¥€ खà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¥¤ ‘इंडिया टà¥à¤¡à¥‡’ à¤à¤µà¤‚ ‘आउटलà¥à¤•’ जैसी पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾à¤“ं में à¤à¥€ इनकी समीकà¥à¤·à¤¾à¤à¤ à¤à¤µà¤‚ कविताà¤à¤ छपी हैं। देश की सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š साहितà¥à¤¯à¤¿à¤• पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ ‘आलोचना’ में à¤à¥€ इनकी कविताओं को सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ मिला। लगà¤à¤— सारी सà¥à¤¤à¤°à¥€à¤¯ साहितà¥à¤¯à¤¿à¤• पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾à¤“ं में कविताà¤à¤ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤à¥¤
‘मरà¥à¤§à¤°’ रंगीन दà¥à¤µà¤¿à¤®à¤¾à¤¸à¤¿à¤• साहितà¥à¤¯à¤¿à¤• पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ का समà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ पिछले चार वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से लगातार कर रहे हैं, जो आरà¥à¤Ÿ पेपर पर छपती है।
‘हिंदी सेवी समà¥à¤®à¤¾à¤¨’, ‘समाज रतà¥à¤¨’ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ आदि अनेक समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ से समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤à¥¤
पौधों की बोनसाई विदà¥à¤¯à¤¾ में पूरà¥à¤£ रà¥à¤ª से पारंगत तथा हजारों रà¥à¤¦à¥à¤²à¤ पौधे इनके संगà¥à¤°à¤¹ में शामिल। बोनसाई में अनेक पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° मिले।
शतरंज, जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤·, हसà¥à¤¤ रेखा à¤à¤µà¤‚ होमà¥à¤¯à¥‹à¤ªà¥ˆà¤¥à¥€ में कई साल तक विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨à¥¤
लगà¤à¤— 5000 पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‡à¤‚ उनके निजी पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¤¾à¤²à¤¯ में संगà¥à¤°à¤¹à¤¿à¤¤à¥¤
फोटोगà¥à¤°à¤¾à¤«à¥€ विदà¥à¤¯à¤¾ में पूरà¥à¤£ रà¥à¤ª से दकà¥à¤· तथा अपने à¤à¥à¤°à¤®à¤£ के दौरान हजारों तसà¥à¤µà¥€à¤°à¥‹à¤‚ का संगà¥à¤°à¤¹ इनके पर उपलबà¥à¤§à¥¤ यातà¥à¤°à¤¾ के बेहद शौकिन तथा अनगिनत जगह की यातà¥à¤°à¤¾ की।
समà¥à¤ªà¤°à¥à¤• -
रेखी मेनà¥à¤¶à¤¨, 8 डायगनल रोड, बिटà¥à¤ªà¥à¤°, जमशेदपà¥à¤°-831001