तà¥à¤®à¤•à¥‹ खोया à¤à¥€ कहाठतà¥à¤®à¤•à¥‹ पाया à¤à¥€ नहीं ।
याद à¤à¥€ आई नहीं तà¥à¤®à¤•à¥‹ à¤à¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ à¤à¥€ नहीं ।
रोज लड़ते रहे हम अपने सरोकारों से ।
जिंदगी चलती रही नठनठऔजारों से ।
किशà¥à¤¤à¥‹à¤‚ में जीते रहे जिंदगी को पाया à¤à¥€ नहीं ।
तà¥à¤®à¤•à¥‹ खोया à¤à¥€ नहीं.....
सà¤à¥€ अपने हैं तो अहसास पराया कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ है ।
हर à¤à¤• रिशà¥à¤¤à¥‡ पे à¤à¤• धà¥à¤‚ध सा छाया कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ है ।
रिशà¥à¤¤à¥‹ में उलà¤à¥‡ रहे रिशà¥à¤¤à¤¾ निà¤à¤¾à¤¯à¤¾ à¤à¥€ नहीं ।
तà¥à¤®à¤•à¥‹ खोया ही नहीं........
जिंदगी खà¥à¤µà¤¾à¤¬ है तो खà¥à¤µà¤¾à¤¬ की ताबीर है कà¥à¤¯à¤¾ ।
है मà¥à¤•à¤®à¥à¤®à¤² à¤à¥€ कहाठअधूरी तसà¥à¤µà¥€à¤° है कà¥à¤¯à¤¾ ।
अधबà¥à¤¨à¥‡ खवाब के धांगों को सà¥à¤²à¤à¤¾à¤¯à¤¾ à¤à¥€ नहीं ।
तà¥à¤®à¤•à¥‹ खोया à¤à¥€ नहीं.......
पà¥à¤¯à¤¾à¤° तो पà¥à¤¯à¤¾à¤° है हर शखà¥à¤¸ का हक है इस पर ।
सबको मिल जाठसà¤à¥€ ये दà¥à¤† है लब पर ।
पà¥à¤¯à¤¾à¤° में डूबा रहा फिर à¤à¥€ तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡ पाया à¤à¥€ नहीं ।
तà¥à¤®à¤•à¥‹ खोया à¤à¥€ नहीं.........
रोज महफ़िल में रहे और ठहाको में रहे ।
à¤à¥€à¥œ में तनहा रहने के सवालों मे रहे ।
जशà¥à¤¨ में खोते रहे और जशà¥à¤¨ मनाया à¤à¥€ नहीं ।
तà¥à¤®à¤•à¥‹ खोया à¤à¥€ नहीं.........
तà¥à¤®à¤•à¥‹ खोया à¤à¥€ नहीं तà¥à¤®à¤•à¥‹ पाया à¤à¥€ नहीं ।
याद à¤à¥€ आई नहीं तà¥à¤®à¤•à¥‹ à¤à¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ à¤à¥€ नहीं ।