आज्ञा मानने वाली गोटी

शीशे के एक गिलास को पानी से भरकर मेज पर रख दें। फिर उसमें कार्बन मिश्रित द्रव्य पदार्थ की कुछ बूंदें डाल दें और उसे पानी में मिला दें। अब एक गोटी को पानी में डाल कर हाथ से ईशारा करते हुए कहें―“गोटी नीचे जाओ।” जब आप गोटी को पानी में डालेंगे तब वह अपने आप ही धीरे-धीरे नीचे आयेगी। पैंदे तक पहुँचने के बाद वह फिर उठने लगेगी। अब आप गिलास के ऊपर हाथ ले जाकर कहें-“गोटी ऊपर आओ।” देखने वालों को ऐसा लगेगा जैसे गोटी आपकी आज्ञा से नीचे आती है और ऊपर उठती है। इस खेल में थोड़ा सा अभ्यास करने की जरुरत है।

गोटी के ऊपर और नीचे जाने का कारण यह है कि जब गोटी गिलास के पैंदे पर पहुँच जाती है तो उसके चारों तरफ कार्बनडाईऑक्साइड के छोटे-छोटे बुलबुले पैदा हो जाते हैं। जब इन बुलबुलों का वजन गोटी के वजन से ज्यादा हो जाता है ये बुलबुले गोटी को ऊपर उठा देते हैं। गोटी के पानी की सतह पर पहुँचने पर बुलबुले फूट जाते हैं और गोटी नीचे गिरने लगता है। जब कार्बन समाप्त हो जायेगा तब गोटी का ऊपर नीचे जाना भी बंद हो जायेगा। जरुरी सामान:- शीशे का एक गिलास, कार्बन मिश्रित कोई भी द्रव्य पदार्थ और प्लास्टिक की छोटी सी गोटी या बटन(यह गोटी या बटन बहुत हल्की होनी चाहिए।) ―साभार:-“ज्ञान-विज्ञान की बातें”


लेखक परिचय :
मनोज कुमार सैनी
फो.नं. -9785984283
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