तेजस - स्वदेशी युद्धक लड़ाकू विमान

विज्ञान की उन्नति ने मानवजाति के हर क्षेत्र पर अपना प्रभाव डाला है | स्वास्थ्य हो, शिक्षा हो या फिर रक्षा क्षेत्र | विज्ञान की खोजों ने आमूलचूल परिवर्तन कर दिया है और परिवर्तन की यह प्रक्रिया अनवरत रूप से चल रही है | रक्षा क्षेत्र में भारत में इस प्रक्रिया का नतीजा है 17 जनवरी 2015 को स्वदेशी तेजस लड़ाकू विमान का भारतीय वायु सेना में शामिल किया जाना | भारतीय वैज्ञानिकों की अथक मेहनत से तैयार तेजस लड़ाकू विमान एक हल्का व छोटा सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है |
आओ इस विमान के बारे में जाने |

भारत की जटिल भौगोलिक परिस्थियों के कारण भारतीय इतिहास संघर्षपूर्ण इतिहास कहा जा सकता है| स्वतंत्रता उपरांत भारत को कई बार युद्धों को सामना करना पड़ा है| इन संघर्षों ने एक संदेश हर बार दिया वह है "देश की सुरक्षा के लिए रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की आवश्यकता" | इसी के मद्देनजर 80 के दशक में LCA कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया जिसका उद्देश्य था , भारतीय वायु सेना में पुराने होते जा रहे Mig-21 विमानों के स्थान पर सम्मिलित करने के लिए नये लड़ाकू युद्धक विमानों का विकास करना |

तेजस का विकास - कब, कैसे?

1983 - DRDO को हल्के लड़ाकू विमान के डिजायन व विकास हेतु कार्यक्रम प्रारम्भ करने की स्वीकृति |
1984 - भारत सरकार ने LCA कार्यक्रम हेतु एक नोडल एजेंसी ADA (एरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी ) का गठन किया |
1986 - LCA कार्यक्रम हेतु 575 करोड़ रु. आवंटन व  लड़ाकू विमान के स्वदेशी इंजन-कावेरी के निर्माण कार्यक्रम हेतु |
1990 - LCA के पूंछ रहित, डेल्टा विंग वाले लड़ाकू विमान का डिजाईन निर्माण |
1995 - प्रथम तकनीकी प्रारूप (TD-1) का निर्माण |
1997 - MMR (मल्टी मोड़ राडार ) का डिजाईन LCA हेतु निर्माण कार्य  HAL हैदराबाद में प्रारम्भ |
2001 - 4 जनवरी 2001 को TD-1 की ऐतिहासिक उडान |
2003 - प्रधानमन्त्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा विमान का नामकरण - तेजस किया गया |
2009 - तेजस ने 1000 उडान पूरी की |
2012 - लड़ाकू विमान का नौसेना प्रारूप तैयार |
2013 - LCA ने आयरन फिस्ट युद्ध अभ्यास में भाग लिया |
2015 - 17 जनवरी 2015 को स्वदेशी युद्ध के विमान LCA तेजस (SP1) भारतीय वायु सेना में शामिल |

तेजस के संस्करण

इस समय तेजस के तीन संस्करण है -
(1) तेजस ट्रेनर - भारतीय वायु सेना के लिए 2 सीट वाला ट्रेनर युद्धक विमान
(2) नेवी वर्जन - नौसेना हेतु तैयार युद्धक विमान
(3) लिमिटेड सीरिज प्रोडक्सन - (SP1 से SP40) SP1 को हाल ही में वायु सेना में शामिल कर लिया गया है |

तकनीकी विशेषताएँ -

1. तेजस 50,000 फिट की ऊचाई तक उडान भर सकता है|
2. तेजस ध्वनि से तेज गति से उड़ने में सक्षम है|
3. पंखों का फैलाव 8.20m व लम्बाई 13.20m है, जबकि उचाई 4.40m है|
4. विमान का वजन 6500 kg हे जबकि 3500kg वजन को लादा जा सकता है|
5. इस विमान में F404-GE इंजिन का प्रयोग किया गया है इसे जनरल, इलेक्ट्रिक अमरीका द्धारा बनाया गया है|
6. इस विमान में अधिकतम चाल 1.6 मैक (1350Km प्रति घंटा) है|
7. रैज 3000Km है| युद्ध क्षेत्र त्रिज्या 300 Km है |


लेखक परिचय :
मोहम्मद इमरान खान
फो.नं. -+91 9785984283
ई-मेल - [email protected]
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