पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ सेनानी सरदार à¤à¤—त सिंह के पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾à¤¸à¥à¤ªà¤¦ विचार, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने देश की आजादी के लिठअपना बलिदान दे दिया ।
- राख का हर à¤à¤• कण मेरी गरà¥à¤®à¥€ से गतिमान है मैं à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ पागल हूठजो जेल में à¤à¥€ आज़ाद है।
- इंसान तà¤à¥€ कà¥à¤› करता है जब वो अपने काम के औचितà¥à¤¯ को लेकर सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ होता है , जैसाकि हम विधान सà¤à¤¾ में बम फेंकने को लेकर थे।
- यदि बहरों को सà¥à¤¨à¤¨à¤¾ है तो आवाज़ को बहà¥à¤¤ जोरदार होना होगा। जब हमने बम गिराया तो हमारा धेयà¥à¤¯ किसी को मारना नहीं थ। हमने अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ हà¥à¤•à¥‚मत पर बम गिराया था । अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥‹à¤‚ को à¤à¤¾à¤°à¤¤ छोड़ना चाहिठऔर उसे आज़ाद करना चहिये।
- जो वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ à¤à¥€ विकास के लिठखड़ा है उसे हर à¤à¤• रूढ़िवादी चीज की आलोचना करनी होगी , उसमे अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करना होगा तथा उसे चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ देनी होगी।
- मैं इस बात पर जोर देता हूठकि मैं महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤¾à¤•à¤¾à¤‚कà¥à¤·à¤¾ , आशा और जीवन के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ आकरà¥à¤·à¤£ से à¤à¤°à¤¾ हà¥à¤† हूà¤à¥¤ पर मैं ज़रà¥à¤°à¤¤ पड़ने पर ये सब तà¥à¤¯à¤¾à¤— सकता हूà¤, और वही सचà¥à¤šà¤¾ बलिदान है।
- किसी à¤à¥€ कीमत पर बल का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— ना करना कालà¥à¤ªà¤¨à¤¿à¤• आदरà¥à¤¶ है और नया आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ जो देश में शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤† है और जिसके आरमà¥à¤ की हम चेतावनी दे चà¥à¤•à¥‡ हैं वो गà¥à¤°à¥ गोबिंद सिंह और शिवाजी, कमाल पाशा और राजा खान , वाशिंगटन और गैरीबालà¥à¤¡à¥€ , लाफायेतटे और लेनिन के आदरà¥à¤¶à¥‹à¤‚ से पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ है।