संविधान ने जहाठà¤à¤• ओर हमें सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की है तो दूसरी ओर हमें करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के पालन के लिठपà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¦à¥à¤§ किया है। सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ यदि सीमा से अधिक है, मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤“ं को लांघ रही है तो वह उचà¥à¤¶à¥à¤°à¥ƒà¤‚खलता का रूप ले लेगी।
जीवन का कोई à¤à¥€ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° चाहे वह सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• हो या निजी, घर, परिवार , समाज सà¤à¥€ जगह अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ होती है। विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ तो अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ की पाठशाला ही है। जहाठहर कदम पर अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ की शिकà¥à¤·à¤¾ दी जाती है। अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¿à¤¤ बचà¥à¤šà¥‡ ही देश का मान बढाते हैं। à¤à¤• अधà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• होने के नाते हम सà¥à¤µà¤¯à¤‚ को करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से विमà¥à¤•à¥à¤¤ नहीं रख सकते। पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾à¤¸à¥à¤¥à¤²à¥€à¤¯ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® से लेकर अंतिम कालांश अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ तक हमें अपने करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की पूरà¥à¤¤à¤¿ के लिठततà¥à¤ªà¤° रहना होता है। समय पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन à¤à¥€ इसमें अहमॠà¤à¥‚मिका निरà¥à¤µà¤¾à¤¹ करता है। पूरà¥à¤£à¤°à¥‚प से समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ शिकà¥à¤·à¤• ही विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में बालकों के वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ का समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ विकास कर सकता है तथा सृजनशीलता से शिकà¥à¤·à¤¾ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में नठआयाम सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ कर सकता है।
वरà¥à¤¡à¥à¤¸à¤µà¤°à¥à¤¥ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° 'आज का बालक कल का पिता है।' के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ से à¤à¤¸à¥€ शिकà¥à¤·à¤¾ दी जाठकि वह अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¿à¤¤ रहकर देश को आगे बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ में अपनी à¤à¥‚मिका अदा कर सके।
हार और जीत का पहलू à¤à¥€ अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ से जà¥à¥œà¤¾ है। हार और जीत सिकà¥à¤•à¥‡ के दो पहलू हैं। आज जीत हà¥à¤ˆ है तो कल हार का à¤à¥€ सामना करना पड़ सकता है। इस बात को समà¤à¤¾à¤¤à¥‡ हà¥à¤ हम बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को जीवन में आने वाली चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का सामना करना सिखाà¤à¤‚। अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ ही अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ के पाठको सà¥à¤¥à¤¾à¤¯à¥€ बनाया जा सकता है। अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¿à¤¤ विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ समय का पूरà¥à¤£à¤°à¥‚पेण पालन करते हà¥à¤ शिखर को छू सकता है। अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ अपनी मंजिल को पा सकता है। सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ की सà¥à¤¦à¥ƒà¥ नींव पर ही टिका रहता है। यदि नींव मजबूत है तो इमारत अवशà¥à¤¯ ही मजबूत होगी। जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° कà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤° मिटà¥à¤Ÿà¥€ को आकार देते हà¥à¤ कई पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के बरà¥à¤¤à¤¨ बनाता है। उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° à¤à¤• शिकà¥à¤·à¤• अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ का पाठपà¥à¤¾ विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ को सही दिशा देकर उसका à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ उजà¥à¤œà¥à¤µà¤² बना सकता है।