कुछ अनजानी बातें

1.पानी में होटल

संयुक्त अरब अमीरात दुबई में दुनिया का ऐसा पहला होटल बना जो पूरी तरह पानी के भीतर है। इस लग्जरी होटल का नाम "हाइड्रोपोलिस" रखा गया है। पचास करोड़ की लागत से बना ये होटल जर्मन आर्किटेक्ट और व्यवसायी जोशिम हाउजर की कल्पना है।
यह पहली परियोजना है जिसमें पूरी तरह विदेशी निवेश है, इससे पहले देश की हर परियोजना में कोई न कोई सरकारी या अर्द्ध सरकारी इकाई भागीदार हुआ करती थी। करीब सत्ताइस एकड़ में बनने वाला यह होटल खाड़ी में बना है। यह पानी की सतह के ठीक नीचे बुलबुले की शक्ल की इमारत है, और जमीन से इस होटल तक पहुँचने के लिए एक सुरंग बनाई गई है। कुल दस लाख की आबादी वाले दुबई में हर साल 50 लाख पर्यटक आते हैं।

2. सबसे छोटा देश

यदि हम आपसे कहें कि महानगर की किसी एक बहुमंजिला इमारत में जितने लोग रहते हैं, उससे भी कम वेटिकन सिटी में रहते है तो आप उसे आप कोरी गप ही समझेंगे, पर यह सच है। 'होली सी' (Holy see) के नाम से भी मशहूर वेटिकन सिटी विश्व का सबसे छोटा देश है। 11 फरवरी, 1929 को इटली की राजधानी रोम के निकट बने इस देश का क्षेत्रफल था मात्र 0.4 वर्ग किलोमीटर, जो आज भी यथावत है। इसे रोम शहर में विदेशी अन्तः क्षेत्र के रूप में बनाया गया था। इसकी जनसँख्या हजार के लगभग है। यहाँ लैटिन, इटेलियन सभी भाषाएँ मान्य है।
वेटिकन सिटी एक स्वतन्त्र प्रभुसत्ता सम्पन्न देश है। यहाँ के लोग ईसाई धर्म को मानते हैं और राज्य व्यवस्था भी ईसाईयों के धर्मगुरु पोप की परम सत्ता के अधीन है। वेटिकन सिटी की सबसे बड़ी विचित्रता यह है कि इस देश की आय का अपना कोई निश्चित साधन नहीं है। बल्कि विश्व भर में फैले कैथोलिक ईसाईयों द्वारा भेजे गए धन से काम चल रहा है। यहाँ की मुद्रा लोरा है।

3.अनुवादक पेन

विदेशी भाषाओं के ज्ञान के बिना भी अब 25 भाषाओं की किताबें पढ़ना आसान है। विजकॉम टेक्नोलोजी कंपनी ने एक ऐसा सुपर पेन बनाया है जो किसी भी शब्द का अनुवाद तुरंत कर देता है।यह एक तरह का स्कैनर है, जो शब्द का उसको स्कैन कर मनचाही भाषा में अनुवाद कर सकता है। चपटी कलम के आकार की इस युक्ति में एक लम्बा एल.सी.डी. स्क्रीन लगा है। किसी विदेशी होटल का मेनू पढ़ना हो या अखबार। उसकी पंक्ति पर यह कलम रखते ही वह स्कैन होने लगती है। सुपर पेन में इन्टरनेट की मदद से करीब 25 भाषाओँ के शब्दकोष विजकॉम वेबसाइट से डाउनलोड आवश्यकतानुसार किये जा सकते हैं।
उसे किसी पी.सी. (पर्सनल कंप्यूटर) से जोड़ा जा सकता है। आवाज पेन में लगे स्पीकर या इयरफोन से सुनी जा सकती है। इस माडल की मेमोरी छह मेगानाईट होती है।

4.व्यवहार नियंत्रण

कभी- कभी ऐसा होता है कि इंसान अपने ही विचारों से दूर भागना चाहता है और उसे ऐसा लगता है अगर इस तरह के विचारों के साथ जीना पड़ा तो वो पागल हो जाएगा। इस स्थिति से बचने के लिए वह अपने दिमाग के उस हिस्से को निष्क्रिय करने का प्रयास करता है। जब स्वयं इसमें सफल नहीं होता है तो मनो-शल्य चिकित्सक की सेवाएँ लेता है, जो उसे इस विपत्ति से बचा सकते हैं।
अब आब्सेसिव-कम्पलिसव डिसऑर्डर से पीड़ित व्यक्तियों के इलाज के लिए तीन अलग-अलग शल्य चिकित्साओं में इस डिसऑर्डर से पीड़ित व्यक्तियों के अति सक्रिय दिमागी सर्किट को बाधित किया जाता है। यह काम तीन प्रकार से किया जा रहा है। ये हैं- कैप्सूलोटामी, सिग्यूलोटामी और डीप ब्रेन स्टिम्यूलेशन। इन विधियों का उपयोग कर व्यक्ति की दिमागी व्याकुलता और अति सक्रियता को कम करने में सफलता मिली है।

5. दिल के करीब

कभी सोचा है आपने कि मातायें शिशु को बाएं हाथ में ही क्यों रखती है यानी अपनी बाईं तरफ? बाईं तरफ बच्चे को पकड़ कर माँ उसे अपनी धड़कन के पास ले आती है। इसे सुनकर बच्चा सुकून और आराम महसूस करता है। मस्तिष्क के दोनों हिस्से अलग-अलग ज़िम्मेदारियाँ निभाते है। यह मानव चेहरे का बायां हिस्सा भावनाओं को बेहतर ढंग से अभिव्यक्त करता है। कुछ घंटे पूर्व जन्मे शिशुओं के व्यवहार पर जब ध्यान दिया गया तो पता चला कि वे इस दुनिया में दांई तरफ सिर घुमाने की आदत को लेकर जन्मते हैं।यदि नवजात शिशु की गर्दन को आहिस्ता से न्यूट्रल यानी बीच की स्थिति में कर दिया जाए, तो वे स्वतः अपनी गर्दन दांई तरफ घुमा लेते हैं।
मानव चेहरे का बायां हिस्सा भावनाओं को बेहतर ढंग से अभिव्यक्त करता है। माँ ये चाहती है बच्चा जब सिर ऊपर करे तो माँ के भावों और उनमें आती तब्दीलियों को अच्छी तरह पढ़ सके।


लेखक परिचय :
मनोज कुमार सैनी
फो.नं. -9785984283
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