सामानà¥à¤¯ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ जून 2014 : à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ इतिहास
- मलà¥à¤² पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के 16 महाजनपदों में से à¤à¤• था। मलà¥à¤²à¥‹à¤‚ की दो शाखाà¤à¤ थीं। à¤à¤• कà¥à¤¶à¥€à¤¨à¤¾à¤°à¤¾ के मलà¥à¤² (वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में देवरिया जिला) तथा दूसरे पावा के मलà¥à¤² (वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में पडरौना में) नामक दो राजधानियाठथीं। गौतम बà¥à¤¦à¥à¤§ को महापरिनिरà¥à¤µà¤¾à¤£ मलà¥à¤²à¥‹à¤‚ की राजधानी कà¥à¤¶à¥€à¤¨à¤¾à¤°à¤¾ के निकट हिरणà¥à¤¯à¤µà¤¤à¥€ नदी के तट पर हà¥à¤† था।
- à¤à¤¾à¤°à¤¤ में 19 वीं शताबà¥à¤¦à¥€ के जनजातीय विदà¥à¤°à¥‹à¤¹ के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– साà¤à¤¾ कारणों में था कि आदिवासियों के बीच महाजनों, वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और लगान वसूल करने वाले à¤à¤¸à¥‡ समूह को लादा गया जो बिचौलियों की à¤à¥‚मिका में थे। सरकार ने आदिवासी कबीलों के सरदारों को जमींदार का दरà¥à¤œà¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ कर à¤à¤µà¤‚ लगान की नई पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ लागू कर परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤“ं को कमजोर किया।
- खेड़ा (गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤) में अनावृषà¥à¤Ÿà¤¿ के कारण फसल खराब हो गई थी, किसान मालगà¥à¤œà¤¾à¤°à¥€ देने की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में नहीं थे, फिर à¤à¥€ सरकार उनसे जबरन वसूली कर रही थी। 22 मारà¥à¤š, 1918 को गांधीजी ने खेड़ा आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ का नेतृतà¥à¤µ गà¥à¤°à¤¹à¤£ कर 'कर नहीं दो आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨' (No Tax Campaign) शà¥à¤°à¥‚ किया। अतः शीघà¥à¤° ही सरकार ने à¤à¤• गà¥à¤ªà¥à¤¤ निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जबरन वसूली बंद कर दी। खेड़ा सतà¥à¤¯à¤¾à¤—à¥à¤°à¤¹ गांधीजी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ शà¥à¤°à¥‚ किया जाने वाला पहला वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• सतà¥à¤¯à¤¾à¤—à¥à¤°à¤¹ था।
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