जीवन
जीवन की सारी घटनाओं में à¤à¤• वेग होता है; जैसा कि बीज के अंकà¥à¤°à¤¿à¤¤ होने में या जैसा कि काà¤à¤Ÿà¥‡ के चà¥à¤à¤¨à¥‡ में, इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कोई नहीं रोक सकता। कारà¥à¤¯ खतà¥à¤® होने के बाद इनकी तà¥à¤µà¤°à¤¾ सà¥à¤µà¤¯à¤‚ ही नषà¥à¤Ÿ हो जाती है।
पिता
पिता पà¥à¤¤à¥à¤° के चेहरे पर कà¤à¥€ हार नहीं देखना चाहता, वह पà¥à¤¤à¥à¤° से अधिक इन कारणों की तलाश करने लगता है।
हानि
हम लाठसे हानि निकाल देते हैं तो à¤à¥€ उमà¥à¤®à¥€à¤¦ रहती है कि कà¥à¤› न कà¥à¤› लाठबेचेगा ही लेकिन जहाठकेवल हानि है वहाठसे लाठतो कà¤à¥€ का लà¥à¤ªà¥à¤¤ हो चà¥à¤•à¤¾ होता है।
कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾à¤²à¥‹à¤•
à¤à¥à¤°à¤®à¤£ का सबसे बड़ा लाठयह है कि जो दृशà¥à¤¯ कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾à¤²à¥‹à¤• की तरह हमारे मन में थे, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अब उनका वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• शरीर मिल चà¥à¤•à¤¾ होता है।
à¤à¥‹à¤²à¥€
दया और à¤à¥€à¤– की à¤à¥‹à¤²à¥€ फैलाने से तो अचà¥à¤›à¤¾ है, जो लोग शà¥à¤°à¤® का मूलà¥à¤¯ चà¥à¤•à¤¾à¤¤à¥‡ हैं, उनकी शरण में जाया जाये।
पिता
पिता चाहे कितना à¤à¥€ बूढ़ा या असहाय कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न हो जाये लेकिन अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¥‡à¤® को मृतà¥à¤¯à¥à¤¶à¤¯à¤¾ तक à¤à¥€ हृदय से सूखने नहीं देता है।
यातना
जरूरी काम समय पर नहीं करने का नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ तो हम उठा चà¥à¤•à¥‡ होते हैं, लेकिन इसका पछतावा à¤à¥€ हमें बाद में यातना देने में कोई कसर नहीं छोड़ता।
पिता
पà¥à¤¤à¥à¤° के चेहरे की थकान, पिता के मन की थकान बन जाती है।
गलती
जब आपने à¤à¤• गलती को सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¾ है, यह कोई खास बात नहीं लेकिन जब आपने à¤à¤• काम की अनेक गलतियों को सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¾ है, तो समà¤à¤¿à¤¯à¥‡ आपने बहà¥à¤¤ कà¥à¤› सीख लिया है।
अनà¤à¤¿à¤œà¥à¤ž
à¤à¤• बैलगाड़ी में बहà¥à¤¤ कà¥à¤› लादा और उतारा जाता है। बैल पीछे की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ से हमेशा अनà¤à¤¿à¤œà¥à¤ž रहता है। à¤à¤• नाकाम मनà¥à¤·à¥à¤¯ की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ à¤à¥€ इन बैलों जैसी ही रहती है।