विरोध
पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• विरोध हमारेउपर काबिज होनेसेपहलेचेतावनी à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤²à¤¹ का à¤à¤• मौका जरूर देता है।
विसà¥à¤¤à¤¾à¤°
नयी चीजें शà¥à¤°à¥‚आत मेंअपना पोषण दूसरों से माà¤à¤—ती है लेकिन सà¥à¤¥à¤¿à¤°à¤¤à¤¾ आ जाने पर अपना विसà¥à¤¤à¤¾à¤° सà¥à¤µà¤¯à¤‚ करने लगती है।
आतà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤à¤°à¤¤à¤¾
आतà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤à¤°à¤¤à¤¾ का à¤à¤• पाà¤à¤µ अपने केनà¥à¤¦à¥à¤° में मजबूती से जमा हà¥à¤† होता हैऔर दूसरा पाà¤à¤µ नये उदà¥à¤¯à¤®à¥‹à¤‚ की तलाश में इसके चारोंओर घूमता हà¥à¤† अपने केनà¥à¤¦à¥à¤° को ही और अधिक मजबूती पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करता रहता है।
अनà¥à¤à¤µ
अनà¥à¤à¤µ की असंखà¥à¤¯ आà¤à¤–ें होती है, इनसेकोई चीज छà¥à¤ª नहींसकती और न ही बच सकती है।
ऊà¤à¤šà¤¾à¤ˆ
जब हमारेअनà¥à¤à¤µà¥‹à¤‚की रसà¥à¤¸à¥€ मजबूत होती है, हम किसी à¤à¥€ ऊà¤à¤šà¤¾à¤ˆ में मौजूद समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का हल इसके सहारे कर डालते हैं।
इचà¥à¤›à¤¾
अनगिनत समà¥à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤“ं सेà¤à¤°à¥€ हà¥à¤ˆ है यह दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¥¤ पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• इचà¥à¤›à¤¾ को कोई न कोई समà¥à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤à¤ सामने खड़ी अवशà¥à¤¯ मिलती है।