à¤à¤•à¤²à¤µà¥à¤¯ à¤à¤• नीची जाति का बालक था। वह अपने माता-पिता के साथ जंगल में रहता था। वह पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ चारे की खोज में अपने पिता के साथ जंगल में जाता था। à¤à¤•à¤²à¤µà¥à¤¯ के पिता खंजर से शिकार करते थे। à¤à¤•à¤²à¤µà¥à¤¯ à¤à¥€ खंजर से अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ करने के लिठजंगल में जाते थे। à¤à¤•à¤²à¤µà¥à¤¯ के लिठयह à¤à¤• कठिन काम था। पतà¥à¤¥à¤°à¥‹à¤‚ से छोटे-छोटे जीवों पर निशाना साधना à¤à¤•à¤²à¤µà¥à¤¯ को बहà¥à¤¤ आसान काम लगा। à¤à¤•à¤²à¤µà¥à¤¯ गà¥à¤²à¥‡à¤² दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¥€ पकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ पर वार करता था।
à¤à¤• दिन à¤à¤•à¤²à¤µà¥à¤¯ हसà¥à¤¤à¤¿à¤¨à¤¾à¤ªà¥à¤° से गà¥à¤œà¤° रहा था उसने देखा कि कà¥à¤› यà¥à¤µà¤• धनà¥à¤°à¥à¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾ का अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ कर रहे हैं। à¤à¤•à¤²à¤µà¥à¤¯ खड़े होकर उन यà¥à¤µà¤•à¥‹à¤‚ को अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ करते हà¥à¤ देखने लगा।
à¤à¤•à¤²à¤µà¥à¤¯ ने सोचा कि यदि मैं à¤à¥€ धनà¥à¤°à¥à¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾ में निपà¥à¤£ हो जाऊं तो कितना अचà¥à¤›à¤¾ हो। परनà¥à¤¤à¥ समसà¥à¤¯à¤¾ तो यह थी कि उसे धनà¥à¤°à¥à¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾ सिखाठकौन?
à¤à¤•à¤²à¤µà¥à¤¯ कà¥à¤·à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯ नहीं था इसलिठउसे धनà¥à¤°à¥à¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾ सीखने का कोई अधिकार नहीं था। उस समय धनà¥à¤°à¥à¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾ और यà¥à¤¦à¥à¤§-कौशल सीखने का अधिकार कà¥à¤·à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और उचà¥à¤š जाति के लोगों को ही था। à¤à¤•à¤²à¤µà¥à¤¯ को बहà¥à¤¤ दà¥à¤ƒà¤– हà¥à¤†à¥¤ वह अपनी किसà¥à¤®à¤¤ को कोसता हà¥à¤† अपने घर आ गया। à¤à¤•à¤²à¤µà¥à¤¯ धनà¥à¤°à¥à¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾ में निपà¥à¤£à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करना चाहता था। उसकी निशानेबाजी बहà¥à¤¤ अचà¥à¤›à¥€ थी। उसने à¤à¤• खरगोश पर निशाना साधकर उसको à¤à¤• ही वार में ढेर कर दिया था। उसने गà¥à¤²à¥‡à¤² के à¤à¤• ही वार में कबूतर के जोड़े को ढेर कर दिया था।
à¤à¤•à¤²à¤µà¥à¤¯ अपने मन में सोचने लगा कि यदि मैं धनà¥à¤°à¥à¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾ में निपà¥à¤£ हो जाऊठतो मैं हिरण आदि पशà¥à¤“ं को आसानी से शिकार बना सकता हूà¤à¥¤ धनà¥à¤°à¥à¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾ की शिकà¥à¤·à¤¾ गà¥à¤°à¤¹à¤£ करने में सचमà¥à¤š ही मेरी जाति बाधक है।
à¤à¤•à¤²à¤µà¥à¤¯ जब à¤à¥€ हसà¥à¤¤à¤¿à¤¨à¤¾à¤ªà¥à¤° जाता तà¤à¥€ धनà¥à¤°à¥à¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾ सीखते हà¥à¤ यà¥à¤µà¤•à¥‹à¤‚ को बड़े ही धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ से देखता। à¤à¤•à¤²à¤µà¥à¤¯ ने शीघà¥à¤° ही धनà¥à¤· बनाना सीख लिया और धीरे-धीरे कà¥à¤› बाण à¤à¥€ इकटà¥à¤ े कर लिà¤à¥¤
उस समय गà¥à¤°à¥ दà¥à¤°à¥‹à¤£à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ धनà¥à¤°à¥à¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾ के सरà¥à¤µà¤¶à¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ आचारà¥à¤¯ थे। à¤à¤•à¤²à¤µà¥à¤¯ ने सà¥à¤µà¤¯à¤‚ से कहा–' मैं गà¥à¤°à¥ दà¥à¤°à¥‹à¤£à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ का शिषà¥à¤¯ हूà¤à¥¤' à¤à¤•à¤²à¤µà¥à¤¯ ने दà¥à¤°à¥‹à¤£à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ की मिटà¥à¤Ÿà¥€ की मूरà¥à¤¤à¤¿ बनाकर à¤à¤• पेड़ के नीचे रख दी। à¤à¤•à¤²à¤µà¥à¤¯ ने गà¥à¤°à¥ दà¥à¤°à¥‹à¤£à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ की मिटà¥à¤Ÿà¥€ की मूरà¥à¤¤à¤¿ को पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® करके धनà¥à¤°à¥à¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾ का अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ करना पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठकर दिया। धनà¥à¤°à¥à¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾ सीखना à¤à¤• अतà¥à¤¯à¤‚त कठिन काम था। à¤à¤•à¤²à¤µà¥à¤¯ ने हार नहीं मानी और वह रोज कठिन अधà¥à¤¯à¤¾à¤¸ करने लगा। निरंतर पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करते- करते à¤à¤•à¤²à¤µà¥à¤¯ की धनà¥à¤°à¥à¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾ में काफी सà¥à¤§à¤¾à¤° आता चला गया।
अपने परिशà¥à¤°à¤® और पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ से à¤à¤• दिन à¤à¤•à¤²à¤µà¥à¤¯ धनà¥à¤· विदà¥à¤¯à¤¾ में निपà¥à¤£ हो गया। à¤à¤•à¤²à¤µà¥à¤¯ लकà¥à¤·à¥à¤¯ पर परछाईं देखकर ही निशाना साध लेता था। पशà¥-पकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की आवाज़ सà¥à¤¨à¤•à¤° ही à¤à¤•à¤²à¤µà¥à¤¯ उन पर सटीक निशाना लगा लेता था। धीरे-धीरे à¤à¤•à¤²à¤µà¥à¤¯ अरà¥à¤œà¥à¤¨ के समान ही शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ धनà¥à¤°à¥à¤§à¤° बन गया। उसने अपनी मेहनत और लगन से यह सिदà¥à¤§ कर दिया कि 'करत-करत अधà¥à¤¯à¤¾à¤¸ के जड़मति होत सà¥à¤œà¤¾à¤¨' अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ 'लगातार अधà¥à¤¯à¤¾à¤¸ करने से पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ निखरती है।'
शिकà¥à¤·à¤¾:- इस कहानी से हमें यह शिकà¥à¤·à¤¾ मिलती है कि मेहनत, लगन और अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ से मनà¥à¤·à¥à¤¯ किसी à¤à¥€ कला में निपà¥à¤£à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कर सकता है।
साà¤à¤¾à¤°:- कहावतों की कहानियाà¤