मीडिया का जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•à¥‹à¤‚ के काम पर तब जाता है, जब उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पशà¥à¤šà¤¿à¤® में बड़े समà¥à¤®à¤¾à¤¨ या पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤° मिलने लगते हैं। ये तरीका गलत है, बलà¥à¤•à¤¿ होना ये चाहिठकि हम अपने यहाठकाम कर रहे वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤•à¥‹à¤‚, उनके काम को जाने और उनके बारे में ....
इस अंक में ...