अकà¥à¤¸à¤° सà¥à¤•à¥‚ल आते-जाते उस गढà¥à¤¢à¥‡ पर मेरी नजर पड़ ही जाती थी। हम जब à¤à¥€ उधर से गà¥à¤œà¤°à¤¤à¥‡, तो वह à¤à¤• बाधा-सा पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤¤ होता। घर से सà¥à¤•à¥‚ल की दूरी यही कोई किलोमीटर à¤à¤° रही होगी। दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ के साथ पैदल सà¥à¤•à¥‚ल जाने का आननà¥à¤¦ ही कà¥à¤› और था और आननà¥à¤¦ दà¥à¤—à¥à¤¨à¤¾ तब ....
इस अंक में ...