सामानà¥à¤¯ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ सितमà¥à¤¬à¤° 2014 : à¤à¥‚गोल
- à¤à¤¾à¤°à¤¤ में अति सघन वनों का सरà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¿à¤• कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° अरà¥à¤£à¤¾à¤šà¤² पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ राजà¥à¤¯ में पाया जाता है, जबकि कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¤«à¤² के आधार पर सरà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¿à¤• वन मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ राजà¥à¤¯ में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ हैं।
- पेरियार अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤°à¤£à¥à¤¯ केरल में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ है। यह 777 वरà¥à¤— किमी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में फैला हà¥à¤† है। पेरियार à¤à¤¾à¤°à¤¤ में 27 बाघ अà¤à¤¯à¤¾à¤°à¤£à¥à¤¯à¥‹à¤‚ में से à¤à¤• है।
- पृथà¥à¤µà¥€ के आनà¥à¤¤à¤°à¤¿à¤• à¤à¤¾à¤— में उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤œà¤¾à¤¤ बलों के कà¥à¤·à¥ˆà¤¤à¤¿à¤œ संचलन दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ धरातलीय चटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में समà¥à¤ªà¥€à¤¡à¤¨ के परिणामसà¥à¤µà¤°à¥‚प लहरों के रूप में पड़ने वाले मेड़ों को वलन-कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ कहा जाता है। इस कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ से परà¥à¤µà¤¤ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ होता है।
- खनिज समà¥à¤ªà¤¦à¤¾ की उपलबà¥à¤§à¤¤à¤¾ की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से à¤à¤¾à¤°à¤¤ की गणना विशà¥à¤µ के खनिज संसाधन समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ देशों में की जाती है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ की à¤à¥‚गरà¥à¤à¤¿à¤• संरचना में पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ दृॠà¤à¥‚खंडों का योगदान है। खनिज अकारà¥à¤¬à¤¨à¤¿à¤• ठोस का पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥‚प होता है।
- 1962 में हैरी हेस ने महादà¥à¤µà¥€à¤ªà¥€à¤¯ à¤à¤¾à¤—ों से समà¥à¤¬à¤‚धित अपना पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿ विवरà¥à¤¤à¤¨à¤¿à¤• सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚त पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया; जिसके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° सà¤à¥€ महादà¥à¤µà¥€à¤ª à¤à¤µà¤‚ महासागर विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¥‹à¤‚ के ऊपर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ हैं, जो हमेशा संचरणशील हैं। इनकी गति के कारण ही कारà¥à¤¬à¤¨à¥€à¤«à¥‡à¤°à¤¸ काल का विशाल खणà¥à¤¡ पैनà¥à¤œà¤¿à¤¯à¤¾ के विखंडन से निरà¥à¤®à¤¿à¤¤ पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¥‹à¤‚ का सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤°à¤£ हà¥à¤†, जिससे कालानà¥à¤¤à¤° में महादà¥à¤µà¥€à¤ªà¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ महासागरों का वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ सà¥à¤µà¤°à¥‚प वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¿à¤¤ हà¥à¤†à¥¤
इस अंक में ...