१. शतरंज के खेल की खोज à¤à¤¾à¤°à¤¤ मे हà¥à¤ˆ थी।
२. à¤à¤¾à¤°à¤¤ ने अपने इतिहास में किसी à¤à¥€ देश पर कबà¥à¤œà¤¾ नहीं किया।
३. अमरिका के जेमोलोजिकल संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°1896 तक à¤à¤¾à¤°à¤¤ ही केवल हीरो का सà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤¤ था।
४. à¤à¤¾à¤°à¤¤ 17वीं सदी तक धरती पर सबसे अमीर देश था इसलिठयह सोने की चीड़िया कहलाता था।
५.à¤à¤¾à¤°à¤¤ में हीं संखà¥à¤¯à¤¾ पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ का आविषà¥à¤•à¤¾à¤° हà¥à¤† और आरà¥à¤¯à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ ने शूनà¥à¤¯ की कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ की।
६.नाविक विदà¥à¤¦à¤¾ की खोज 6000 पूरà¥à¤µ à¤à¤¾à¤°à¤¤ में सिनà¥à¤§ नदी में हà¥à¤ˆ थी।
à¥.विशà¥à¤µ का पहला विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¦à¤¾à¤²à¤¯ तकà¥à¤·à¤¶à¤¿à¤²à¤¾700 बीसी में à¤à¤¾à¤°à¤¤ में सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ किया गया था।
८.संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ सà¤à¥€ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं की जननी है।
९.à¤à¤¾à¤¸à¥à¤•à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ ने पृथà¥à¤µà¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सूरà¥à¤¯ का गà¥à¤°à¤¹ पथ का समय ३६५.२५८à¥à¥«à¥¬à¥ªà¥®à¥ª दिन पांचवी शताबà¥à¤¦à¥€ में हि दिया था यानी नà¥à¤¯à¥‚टन के दादा के जनà¥à¤® से पहले।
१०.आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ का जनà¥à¤® à¤à¤¾à¤°à¤¤ में हà¥à¤†à¥¤
११.अरà¥à¤¥à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° का जनà¥à¤® à¤à¤¾à¤°à¤¤ में चाणà¥à¤•à¥à¤¯ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾à¥¤
१२. विशà¥à¤µ का सबसे पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• "वेद" à¤à¤¾à¤°à¤¤ मे।
१३.मानव जाती का विकाश à¤à¤¾à¤°à¤¤ में।
१४. सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का विकाश à¤à¤¾à¤°à¤¤ में।
१५.विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ का विकाश à¤à¤¾à¤°à¤¤ में।
१६.वायà¥à¤¯à¤¾à¤¨ का आविषà¥à¤•à¤¾à¤° शिवकरवापूजी तलपड़े ने 1895 में किया था।
१à¥. पायथागोरस परिमेय का सà¥à¤¤à¥à¤° उपनिषदों में पाया गया है।
१८.बैटरी निरà¥à¤®à¤¾à¤£ बिधि का आविषà¥à¤•à¤¾ रसरà¥à¤µà¤ªà¥à¤°à¤¥à¤® महरà¥à¤·à¤¿ अगसà¥à¤¤à¥à¤¯ ने किया था (अगसà¥à¤¤à¥à¤¯ संहिता ) बेंजामिन फà¥à¤°à¥‡à¤‚कà¥à¤²à¤¿à¤¨ के जनà¥à¤® से पहले
१९.सबसे पहले वà¥à¤¯à¤¾à¤•à¤°à¤£ की रचना à¤à¤¾à¤°à¤¤ में महरà¥à¤·à¤¿ पाणिनी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾
२०.लोकतंतà¥à¤° का जनà¥à¤® à¤à¤¾à¤°à¤¤ मे...
२१.सबसे पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ शहर काशी (à¤à¤¾à¤°à¤¤)
२२.पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• सरà¥à¤œà¤°à¥€ का आविषà¥à¤•à¤¾à¤°à¤• ऋषि सà¥à¤¶à¥à¤°à¥à¤¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤ में
२३. सबसे पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ धरà¥à¤® सनातन धरà¥à¤® à¤à¤¾à¤°à¤¤ में