सामान्य ज्ञान अक्टूबर 2014 : इतिहास

इस बार जानते हैं सल्तनतकालीन शासन व्यवस्था के बारे में |

  1. सल्तनत काल में केन्द्रीय प्रशासन का मुखिया सुल्तान होता था |
  2. बलबन एवं अलाउद्दीन के समय अमीर प्रभावी हो गए |
  3. अमीरों का महत्व लोदी वंश के शासन कल में चरमोत्कर्ष पर था |
  4. सल्तनत काल में मंत्रिपरिषद को मजलिस-ए-खलवत कहा गया |
  5. मजलिस-ए-खास में मजलिस-ए-खलवत की बैठक होती थी |
  6. बार-ए-खास : इसमें सुल्तान सभी दरबारियों,खानों, अमीरों, मालिकों और अन्य रईसों को बुलाता था |
  7. बार-ए-आजम : सुल्तान राजकीय कार्यों का अधिकांश भाग पूरा करता था |
  8. वजीर : राजस्व भाग का प्रमुख
  9. मुसारिफ-ए-मुमालिक : प्रान्तों एवं अन्य विभागों से प्राप्त आय एवं व्यय का लेखा जोखा रखने वाला महालेखाकार
  10. मजमुआदर: उधार दिए गए धन का हिसाब रखना |
  11. खजीन : कोषाध्यक्ष
  12. आरिज-ए-मुमालिक : दीवान -ए-अर्ज अथवा सैन्य विभाग का प्रमुख अधिकारी 
  13. सदर-उस-सुदूर : धर्म विभाग व दान विभाग का प्रमुख
  14. काजी-उल-कजात : सुल्तान के बाद न्याय का सर्वोच्च अधिकारी
  15. बरीद-ए-मुमालिक : गुप्तचर विभाग का प्रमुख अधिकारी
  16. वकील-ए-दर : सुल्तान की व्यक्तिगत सेवाओं की देखभाल करने वाला
  17. दीवान- ए-खैरात : दान विभाग
  18. दीवान-ए-बन्दगान : दास-विभाग
  19. दीवान-ए-इस्तिहाक : पेंशन विभाग

 


लेखक परिचय :
मोहम्मद इमरान खान
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