बस यही इतà¥à¤®à¤¿à¤¨à¤¾à¤¨ है बाबा
के सफ़र में ढलान है बाबा
हर क़दम पर सवाल उठà¥à¤ ेंगे
ज़िनà¥à¤¦à¤—ी इमà¥à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¨ है बाबा
इक परिंदा कफ़स में' सोच रहा
क़ैद कà¥à¤¯à¥‚ठआसमान है बाबा
चीख जो आ रही है' मलबे से
à¤à¤• नंगा बयान है बाबा
लूट में तà¥à¤® अगर नहीं शामिल
बंद फिर कà¥à¤¯à¥‚ठज़à¥à¤¬à¤¾à¤¨ है बाबा
याद उसकी बिखर गयी मà¥à¤à¤ªà¥‡
धूप में सायबान है बाबा
दिख रहा जो वही हक़ीक़त है
तà¥à¤® को' कà¥à¤¯à¤¾-कà¥à¤¯à¤¾ गà¥à¤®à¤¾à¤¨ है बाबा
पास अनमोल कà¥à¤› नहीं मेरे
बस ख़à¥à¤¦à¤¾ मेहरबान है बाबा