आषाॠबनकर ही अधर के पास आना चाहता हूà¤,
मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ का उचà¥à¤›à¥à¤µà¤¾à¤¸ पाना चाहता हूà¤à¥¤
आषाà¥, यानि धरती के आà¤à¤šà¤² को à¤à¤¿à¤—ोने की पहली तैयारी।
गà¥à¤°à¥€à¤·à¥à¤® की विदाई का सनà¥à¤¦à¥‡à¤¶ लेकर आता है ये आषाà¥à¥¤ फागà¥à¤¨ के बाद और सावन से पहले ....